Sunday, 9 April 2017

भगवान महावीर के 2616 वें जयंती ध्वजारोहण के साथ शुरू हुआ कुंडलपुर महोत्सव

 नालंदा,ए.के.सविता।
(एनएच लाइव नालंदा)

नालंदा(कुण्डलपुर)/भगवान महावीर का जन्म आज से 2600 वर्ष पूर्व कुण्डलपुर में हुआ था यह सर्वविदित है। कुण्डलपुर जैन धर्मावलम्बियों की मान्यतानुसार वह स्थान है जो कि बिहार शरीफ से 13 किमी. एवं  राजगीर से 16 किलो मीटर दूर है। नालंदा से 3 किलो मीटर दूर बड़गाँव के बाहर एक जिनमंदिर के क्षेत्र को भगवान महावीर की जन्मभूमि कुण्डलपुर के नाम से जाना जाता है जो कि सदियों से हमारी आस्था का केन्द्र है। तीर्थराज राजगीर और जैन तीर्थ स्थल की यात्रा करने वाले शत-प्रतिशत धर्मावलम्बी मार्ग में भगवान महावीर की जन्मभूमि कुण्डलपुर के दर्शन करने अवश्य ही आते हैं।

जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती समारोह के अवसर पर कुण्डलपुर स्थित नंद्यावर्त महल तीर्थ में ध्वजारोहण के साथ ही दो दिवसीय कुंडलपुर महोत्सव शुरू हो गया। ध्वजारोहण में अलग-अलग राज्यों से सैकड़ो जैन श्रद्धालु शामिल हुए। महोत्सव को लेकर नंद्यावर्त महल सहित कुंडलपुर स्थित सभी मंदिरों को आकर्षक विधुत बल्ब से सजाया गया था।  अहिंसा परमो धर्म: के मूल मंत्र के सिद्धांत आज भी कितना महत्वपूर्ण है उसका अंदाजा आज देखने को मिला।

इस अवसर पर भगवान महावीर की प्रतिमा के साथ भव्य शोभा यात्रा निकाली गयी। शोभा यात्रा में शामिल महिला-पुरुष जैन श्रद्धालु महावीर स्वामी के भक्ति गीतों पर नाचते-गाते बड़गांव तक गये और वहां से लौटे।
शोभा यात्रा को प्राचीन मंदिर के समीप रोका गया और भगवान महावीर जन्म भूमि कुंडलपुर, दिगम्बर जैन समिति के पदाधिकारियों व जैन श्रद्धालुओं ने मंगल आरती की और रथ का स्वागत किया। रथ यात्रा में महाप्रसाद के रूप में लड्‌डू का वितरण किया गया।

इसके बाद  मुख्य मंदिर में स्थापित भगवान महावीर की प्रतिमा का महामस्तिकाभिषेक नारियल जल, इक्षुरस, घी, दूध, दही, मौसमी रस, संतरा रस, केसर अभिषेक, पुष्प वृष्टि आदि से किया गया।
उसके बाद विद्यालय के बच्चे-बच्चियों के बीच पेंटिंग, रंगोली, निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इसके बाद शाम में मुख्य कार्यक्रम कुण्डलपुर महोत्सव का उद्घाटन मंगलदीप प्रज्ज्वलित कर ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही बिहार का विकास होगा ।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस नीति पर चल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी के काम में विश्वास रखने का ही परिणाम है कि आज कुण्डलपुर एक तीर्थ स्थल ही नहीं, बल्कि पर्यटक स्थल भी बन गया है। देश के दूसरे हिस्सों में जितने जैन श्रद्धालु जाते हैं, उसका 60 प्रतिशत से भी अधिक जैन श्रद्धालु अकेले नालंदा और कुण्डलपुर आते हैं। बिहार सभी धर्मों के सहयोग से आगे बढ़ रहा। यहां के विकास में यहां की जनता का योगदान है, जिसने ऐसे नेता के हाथ में बागडोर सौंपा, जो बिहार को उंचाई पर ले जाने का काम कर रहें हैं।



सास्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ पारुल जैन के मंगलाचरण से और मुम्बई के मशहूर कलाकार के द्वारा भगवान महावीर के नृत्यनाटिका से किया गया।

इस दौरान विधायक जितेंद्र कुमार, चन्द्रसेन प्रसाद, अत्री मुनी उर्फ शक्ति यादव, रवि ज्योति कुमार, हीरा बिन्द, भगवान महावीर जन्म भूमि कुण्डलपुर दिगम्बर जैन समिति के मंत्री श्री विजय कुमार जैन,
डीडीसी कुंदन कुमार, जिला भूअर्जन पदाधिकारी सुबोध कुमार सिंह, उपविकास आयुक्त राम बाबु, रविंद्र राम, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी श्री लाल बाबु सिंह, शिक्षक संघ के राज्य परिषद सदस्य राकेश बिहारी शर्मा,जदयू के वरिष्ठ नेता उदय शंकर प्रसाद, ई. रवि शंकर, जदयू जिलाध्यक्ष बनारस प्रसाद, जदयू राज्य परिषद सदस्य सियाशरण ठाकुर,जदयू नेता संजय कुमार कुशवाहा, राजेन्द्र प्रसाद और आस- पास के सैकड़ों ग्रामीण क्षेत्रों के गणमान्य लोग मौजूद थे समारोह में।

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