नालंदा से एके सविता की रिपोर्ट।
Posted by:-उप-सम्पादक प्रिंस दिलखुश।
नालंदा।जिले में खुले में शौच से मुक्ति का अभियान गति पकड़ने लगा है। सुबह 4:30 बजे जीविका प्रखंड परियोजना प्रबंधक अभिषेक कुमार स्थानीय नचवार गॉव के बांध पर पहुंचे, जहां उन्होंने खुले में शौच से निवृत होकर लौट रहे ग्रामीणों से मिलकर पूछा कि क्यों नहीं बनवाते शौचालय ? उन्होंने ग्रामीणों से रु-ब-रु होते हुए कहा कि खुले में शौच करने से कई प्रकार की बीमारियां होती हैं, एवं हमारे स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे घर के बच्चों के स्वास्थ्य पर भी कुप्रभाव पड़ता है।
जीवीका एरिया कॉडिनेटे रजनीकांत सिंह और मोबाइल वाणी से संतोष जी आपलोग ईमानदार हैं हम पंचायत वासियों को इस बात की बेहद खुशी हो रही है।जीविका प्रखण्ड पदाधिकारी अभिषेक कुमार कार्यशैली को करोड़ों सलाम पेश करते हैं।सनद रहे कि उन्होंने नचवार के वार्ड नंबर 2 के ग्रामीणों से मुखातिब होते हुए कहा कि घर में शौचालय नहीं रहने से खासकर महिलाओं पर इसका सबसे ज्यादा कुप्रभाव पड़ता है। महिलाओं का सम्मान हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। हमारे घर की महिलाएं शौच के लिए बाहर जाएं, यह हमारे लिए शर्म की बात होनी चाहिए। यह बिल्कुल पारिवारिक प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ प्रश्न है।
उन्होंने कहा कि अब तो सरकार घर-घर में शौचालय बनाने के लिए ₹12000 की प्रोत्साहन राशि दे रही है। सिर्फ जरूरत है कि हमारे अंदर इच्छाशक्ति हो और एक संकल्प हो कि मेरे घर में एक शौचालय तो जरूर होगा। हमारे बच्चे, महिलाएं और मैं खुद शौच के लिए बाहर नहीं जाऊंगा और अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी खुले में शौच नहीं करने के लिए प्रेरित करूंगा। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा19 नवंबर यानि आज को विश्व शौचालय दिवस है और हम सभी को इस दिन संकल्प के साथ कंधे पर कुदाल लेकर अपने-अपने घरों में एक-एक गड्ढा खोदना है जिसके घर में शौचालय नहीं है , निर्माण की दिशा में पहला कदम बढ़ाना है। जब हम एक बार इस संकल्प के साथ इस अभियान में कदम बढ़ाएंगे तो निश्चित रुप से हर व्यक्ति के घर में एक शौचालय जरूर होगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि शौचालय निर्माण के लिए यदि कोई व्यक्ति अथवा कर्मी राशि की मांग करता है, तो तत्काल उसकी लिखित शिकायत जिला प्रशासन को दें, तुरंत कार्रवाई होगी।
हो सकता जेल भेजा जाएगा।
BPM अभिषेक कुमार ने इस दौरान वार्ड नंबर 3 में बने कुछ शौचालयों का भी अवलोकन किया। स्थानीय ग्रामीण श्री विश्वनाथ राम,उपेंद्र पासवान, बैजू, शांति देवी एवं नीलम देवी सहित कई लोगों ने BPM को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। BPM ने बताया कि खुले में शौच से मुक्ति के इस अभियान में जीविका निगरानी समिति एवं स्वचताग्रही के स्वयं सेवक भी लगाए गए हैं, जो विभिन्न इलाकों में जीविका के AC BHSNI,CC ,Cm सभी स्टाफ को सुबह-सुबह पहुंचेंगे एवं खुले में शौच न करने तथा अपने घरों में शौचालय का निर्माण कराने हेतु लोगों को प्रेरित करेंगे। यह मुहिम लगातार जारी रहेगी। इस पर बी डी ओ , डी एम सब की नजर है।
Posted by:-उप-सम्पादक प्रिंस दिलखुश।
नालंदा।जिले में खुले में शौच से मुक्ति का अभियान गति पकड़ने लगा है। सुबह 4:30 बजे जीविका प्रखंड परियोजना प्रबंधक अभिषेक कुमार स्थानीय नचवार गॉव के बांध पर पहुंचे, जहां उन्होंने खुले में शौच से निवृत होकर लौट रहे ग्रामीणों से मिलकर पूछा कि क्यों नहीं बनवाते शौचालय ? उन्होंने ग्रामीणों से रु-ब-रु होते हुए कहा कि खुले में शौच करने से कई प्रकार की बीमारियां होती हैं, एवं हमारे स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे घर के बच्चों के स्वास्थ्य पर भी कुप्रभाव पड़ता है।
जीवीका एरिया कॉडिनेटे रजनीकांत सिंह और मोबाइल वाणी से संतोष जी आपलोग ईमानदार हैं हम पंचायत वासियों को इस बात की बेहद खुशी हो रही है।जीविका प्रखण्ड पदाधिकारी अभिषेक कुमार कार्यशैली को करोड़ों सलाम पेश करते हैं।सनद रहे कि उन्होंने नचवार के वार्ड नंबर 2 के ग्रामीणों से मुखातिब होते हुए कहा कि घर में शौचालय नहीं रहने से खासकर महिलाओं पर इसका सबसे ज्यादा कुप्रभाव पड़ता है। महिलाओं का सम्मान हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। हमारे घर की महिलाएं शौच के लिए बाहर जाएं, यह हमारे लिए शर्म की बात होनी चाहिए। यह बिल्कुल पारिवारिक प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ प्रश्न है।
उन्होंने कहा कि अब तो सरकार घर-घर में शौचालय बनाने के लिए ₹12000 की प्रोत्साहन राशि दे रही है। सिर्फ जरूरत है कि हमारे अंदर इच्छाशक्ति हो और एक संकल्प हो कि मेरे घर में एक शौचालय तो जरूर होगा। हमारे बच्चे, महिलाएं और मैं खुद शौच के लिए बाहर नहीं जाऊंगा और अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी खुले में शौच नहीं करने के लिए प्रेरित करूंगा। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा19 नवंबर यानि आज को विश्व शौचालय दिवस है और हम सभी को इस दिन संकल्प के साथ कंधे पर कुदाल लेकर अपने-अपने घरों में एक-एक गड्ढा खोदना है जिसके घर में शौचालय नहीं है , निर्माण की दिशा में पहला कदम बढ़ाना है। जब हम एक बार इस संकल्प के साथ इस अभियान में कदम बढ़ाएंगे तो निश्चित रुप से हर व्यक्ति के घर में एक शौचालय जरूर होगा। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि शौचालय निर्माण के लिए यदि कोई व्यक्ति अथवा कर्मी राशि की मांग करता है, तो तत्काल उसकी लिखित शिकायत जिला प्रशासन को दें, तुरंत कार्रवाई होगी।
हो सकता जेल भेजा जाएगा।
BPM अभिषेक कुमार ने इस दौरान वार्ड नंबर 3 में बने कुछ शौचालयों का भी अवलोकन किया। स्थानीय ग्रामीण श्री विश्वनाथ राम,उपेंद्र पासवान, बैजू, शांति देवी एवं नीलम देवी सहित कई लोगों ने BPM को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। BPM ने बताया कि खुले में शौच से मुक्ति के इस अभियान में जीविका निगरानी समिति एवं स्वचताग्रही के स्वयं सेवक भी लगाए गए हैं, जो विभिन्न इलाकों में जीविका के AC BHSNI,CC ,Cm सभी स्टाफ को सुबह-सुबह पहुंचेंगे एवं खुले में शौच न करने तथा अपने घरों में शौचालय का निर्माण कराने हेतु लोगों को प्रेरित करेंगे। यह मुहिम लगातार जारी रहेगी। इस पर बी डी ओ , डी एम सब की नजर है।








